मुंबई 18 जुलाई (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार के कारोबारी सत्र में लाल निशान में खुला। सुबह 9:44 पर सेंसेक्स 242 अंक या 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82014 और निफ्टी 64 अंक या 0.26 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 25044 पर था।
बिकवाली का नेतृत्व बैंकिंग शेयरों की ओर से किया जा रहा है। शुरुआती कारोबार में निफ्टी बैंक 323 अंक या 0.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 56490 पर था।
लार्जकैप की अपेक्षा मिडकैप और स्मॉलकैप में सपाट कारोबार हो रहा है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 68 अंक या 0.11 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 59450 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 21 अंक या 0.11 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 19095 पर था।
निफ्टी में ऑटो पीएसयू बैंक मेटल रियल्टी और कमोडिटी हरे निशान में थे। आईटी फाइनेंशियल सर्विसेज फार्मा एफएमसीजी एनर्जी प्राइवेट बैंक और इन्फ्रा लाल निशान में थे।
सेंसेक्स पैक में एमएंडएम टाटा स्टील पावर ग्रिड एलएंडटी अल्ट्राटेक सीमेंट इंफोसिस टाटा मोटर्स बीईएल एनटीपीसी टीसीएस ट्रेंट और मारुति सुजुकी टॉप गेनर्स थे। एक्सिस बैंक भारती एयरटेल कोटक महिंद्रा बैंक टेक महिंद्रा एचडीएफसी बैंक इटरनल (जोमैटो) एचयूएल सन फार्मा बजाज फाइनेंस आईसीआईसीआई बैंक टाइटन और बजाज फिनसर्व टॉप लूजर्स थे।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा जुलाई में अब तक भारत ज्यादातर बाजारों के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन कर रहा है निफ्टी में 1.6 प्रतिशत की गिरावट आई है। इस गिरावट में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली का अहम योगदान है। इस साल अब तक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियों में एक स्पष्ट पैटर्न देखने को मिल रहा है।
इस साल के पहले तीन महीनों में वे बिकवाली कर रहे थे। अगले तीन महीनों में वे खरीदार बन गए और सातवें महीने में अब तक के रुझान आगे भी बिकवाली का संकेत दे रहे हैं जब तक कि कोई सकारात्मक खबर बाजार में गिरावट के रुख को पलट न दे।
उन्होंने आगे कहा पहली तिमाही के नतीजों से मिले शुरुआती संकेत जैसे होटल उद्योग के अच्छे नतीजे इस रुझान के जारी रहने का संकेत देते हैं। सभी क्षेत्रों के विशिष्ट लग्जरी सेगमेंट के अच्छा प्रदर्शन करने की संभावना है।
प्रमुख एशियाई बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। शंघाई हांगकांग बैंकॉक और जकार्ता में सबसे ज्यादा बढ़त रही। जबकि टोक्यो और सियोल में गिरावट दर्ज की गई। निवेशकों की सकारात्मक धारणा के कारण गुरुवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) 17 जुलाई को लगातार दूसरे सत्र में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने 3694 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। इस बीच घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने लगातार नौवें सत्र में अपनी खरीदारी जारी रखी और 2820 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।