रोजगार निर्माण सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता है : नितिन गडकरी

रोजगार निर्माण सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता है : नितिन गडकरी

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नागपुर, 3 अगस्त (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रोजगार के विषय पर बड़ा बयान दिया है। महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू की दो बातों का जिक्र करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि रोजगार निर्माण करना हमारी सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता है।

नितिन गडकरी ने रविवार को नागपुर में 'भारत@100: विदर्भ की विकसित भारत की यात्रा' विषय पर आधारित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि हमें रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाना है। ऐसा इसलिए कि विदर्भ की गरीबी दूर करनी है। सुखी, संपन्न, विकसित विदर्भ तभी होगा, जब कृषि और उद्योग क्षेत्र में अच्छी प्रगति होगी। इसलिए यहां के लोगों की आकांक्षा विकास के साथ जुड़ी हुई है।

इसी बीच, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू को याद किया। उन्होंने कहा, "महात्मा गांधी जी और जवाहर लाल नेहरू की दो बातें बड़ी प्रसिद्ध हैं। पंडित जवाहर लाल नेहरू हमेशा कहते थे कि ज्यादा उत्पादन होना चाहिए। वहीं, महात्मा गांधी कहते थे कि ज्यादा उत्पादन के साथ ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार भी मिले।"

नितिन गडकरी ने कहा कि रोजगार निर्माण करना हमारी सबसे पहली प्राथमिकता है। आने वाले समय में सफल प्रौद्योगिकी, रोजगार में बढ़ोतरी, और विदर्भ से एक्सपोर्ट बढ़ाने की कोशिश है। उन्होंने कहा, "विदर्भ समृद्ध होगा तो महाराष्ट्र समृद्ध संपन्न होगा, और महाराष्ट्र समृद्ध संपन्न होगा तो भारत समृद्ध संपन्न होगा। इस तरह आत्मनिर्भर भारत का 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का जो प्रधानमंत्री का सपना है, वो निश्चित रूप से पूरा होगा।"

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि जब हम रोड अच्छे बना रहे हैं तो फ्यूल को भी बदल रहे हैं। हम 10 प्रोजेक्ट पर कई बड़ी कंपनियों के साथ काम कर रहे हैं। यह 600 करोड़ रुपये का पायलट प्रोजेक्ट है।

ऊर्जा के विषय पर केंद्रीय मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा, "दो-तीन महीने पहले मैंने हाइड्रोजन फ्यूल के ट्रक को लॉन्च किया। अभी आईसी इंजन में पेट्रोल-डीजल के साथ हाइड्रोजन का इस्तेमाल कर सकते हैं। हाइड्रोजन भविष्य का फ्यूल है। आज हम ऊर्जा को आयात करने वाले देश हैं, लेकिन भविष्य में हम ऊर्जा को निर्यात करने वाले देश होंगे।"

नितिन गडकरी ने इलेक्ट्रिक ट्रक के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जहां ट्रांसपोर्ट पर 100 रुपये डीजल खर्चा होता है, वहां इलेक्ट्रिक पर यह 7 रुपये है।

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