मेघालयः हिरासत में यातना मामले में पांच पुलिसकर्मी निलंबित

मेघालयः हिरासत में यातना मामले में पांच पुलिसकर्मी निलंबित

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शिलांग 10 जुलाई (वार्ता)। मेघालय पुलिस ने सार्वजनिक स्थान पर अश्लीलता फैलाने और हमले के आरोपी एक 19 वर्षीय युवक को हिरासत में यातना दिए जाने के आरोपों के बाद पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा पुलिस स्टेशन के एक सब-इंस्पेक्टर और निशस्त्र ईकाई (यूबी) के चार कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया है।

यह निलंबन पिनुरस्ला बयालमफांग वान्स्वेट के उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) द्वारा की गई आंतरिक जाँच के बाद किया गया। एसडीपीओ ने इस संबंध में कल अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी।

इस बीच पूर्वी खासी हिल्स के जिला पुलिस प्रमुख विवेक सिएम ने बताया ‘सोहरा पुलिस स्टेशन के एक उप-निरीक्षक और निशस्त्र ईकाई के चार कांस्टेबलों को नौ जुलाई को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया । उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।’

सिएम ने बताया कि पांचों पुलिसकर्मियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 120(1) (स्वेच्छा से अपराध स्वीकार करने के लिए चोट पहुँचाना) और धारा 3(5) (सामान्य इरादा) के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच निष्पक्षता से करने के लिए एक अलग पुलिस स्टेशन के निरीक्षक स्तर के अधिकारी इसकी छानबीन कर रहे हैं।

सिएम ने बताया कि मावकिसिएम गाँव के गेटविन जिरवा को मावकिसिएम मावाप गाँव में 28 जून को एक व्यक्ति और उसके परिवार पर हमला करने गाली-गलौज करने और धमकी देने के मामले में तीन जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने कथित तौर पर सबके सामने अपने गुप्तांग दिखाए और खुलेआम धमकियाँ दीं। पुलिस अधिकारी ने कहा ‘दोरबार श्नोंग मावकिसिएम द्वारा दो बार तलब किए जाने के बावजूद गेटविन थाने में पेश नहीं हुआ।’

उन्होंने बताया कि प्राथमिकी के आधार पर सोहरा पुलिस दो जुलाई को रात करीब 9 बजे उसे हिरासत में लेने गई लेकिन उनके पहुँचने से पहले ही वह फरार हो गया था। अगले दिन आरोपी की माँ मिल्ड्रेड जिरवा उसे सोहरा पुलिस स्टेशन ले आईं। पुलिस ने उसे बताया कि गेटविन को शाम तक रिहा कर दिया जाएगा। श्री सिएम ने बताया कि आरोपी को मेडिकल परीक्षण के लिए सोहरा सीएचसी भेजा गया और बाद में वापस थाने लाया गया। बाद में रात करीब 8:15 बजे उसकी माँ थाने पहुँची और उसे ज़मानत पर रिहा कर दिया गया।

हालाँकि सात जुलाई को आरोपी की मां ने एक लिखित शिकायत दर्ज कराई जिसमें आरोप लगाया गया कि सोहरा थाने में हिरासत के दौरान उसके बेटे को शारीरिक चोटें आई थीं।

पुलिस अधिकारी ने कहा उसने बताया कि उसे थाने से लेने के बाद वह उसे मेडिकल जाँच के लिए सोहरा सीएचसी ले गई जहाँ से उसे शिलांग सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया।

उधर मेघालय राज्य मानवाधिकार आयोग (एमएचआरसी) ने आठ जुलाई को पुलिस से आरोपी को हिरासत में कथित तौर पर प्रताड़ित करने के मामले में 31 जुलाई तक कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने को कहा था।

स्पेशल रिपोर्ट

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