पीएम मोदी ने हर फैसला देश हित के बजाय दोस्त हित में लियाः संजय सिंह

पीएम मोदी ने हर फैसला देश हित के बजाय दोस्त हित में लियाः संजय सिंह

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नई दिल्ली, 12 अगस्त (हि.ला.)। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने रूस से सस्ता तेल मिलने के बावजूद भारत में महंगा बिकने पर पीएम मोदी को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने देश का हित नहीं, बल्कि अपने दोस्तों का हित आगे रखकर हर फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि जब रूस से सस्ता कच्चा तेल खरीदा जा रहा है तो भारतीयों को भी सस्ता मिलना चाहिए, लेकिन भारत में 95 से 104 रुपए लीटर पेट्रोल-डीजल बिक रहा है। 

सोमवार को ‘‘आप’’ मुख्यालय पर प्रेसवार्ता कर संजय सिंह ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने भारत पर 50 फीसद टैरिफ लगाया है। हम लोग लगातार मांग कर रहे हैं कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सामने आना चाहिए और देश के व्यापारिक हितों को ध्यान में रखते हुए कोई ठोस कदम उठाना चाहिए। साथ ही, प्रधानमंत्री को अमेरिका को स्पष्ट रूप से संदेश देना चाहिए। लेकिन प्रधानमंत्री ने घुमा-फिरा कर बात की और यह बताने की कोशिश की कि वह भारत के किसानों और लोगों का हित देख रहे हैं। इसके कारण वह अमेरिका के दबाव में नहीं आ रहे हैं। पीएम ने यह बताने की कोशिश की कि वह देश का हित देख रहे हैं, इसलिए अमेरिका के दबाव में नहीं आएंगे।

संजय सिंह ने दावा किया कि पीएम मोदी ने देश का हित नहीं, बल्कि दोस्त का हित आगे रखकर हर फैसला लिया है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद पूरी दुनिया ने रूस से तेल समेत कई चीजें खरीदना बंद कर दिया। लेकिन भारत ने कहा कि रूस में सस्ता तेल मिलता है। इसलिए भारत रूस से ही तेल खरीदेगा। रूस में कच्चे तेल का दाम काफी सस्सा हो गया और भारत में अंबानी की रिलायंस कंपनी ने रूस से बड़ी मात्रा में कच्चा तेल खरीदा और जनवरी 2025 में रूस के साथ समझौता किया कि रिलायंस ग्रुप प्रतिदिन 5 लाख बैरल कच्चा तेल रूस से खरीदेगा। जामनगर स्थित रिफायनरी में कच्चे तेल की प्रोसेसिंग की जाएगी। जब रूस से सस्ता तेल खरीदा जा रहा है तो हिन्दुस्तान के लोगों को भी सस्ता तेल मिलना चाहिए। तभी उसका फायदा होगा। अगर डीजल सस्ता होता तब किसानों को फायदा होता, पेट्रोल सस्ता होता तो आम आदमी को फायदा होता। लेकिन डीजल और पेट्रोल 95 से 104 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है।

संजय सिंह ने प्रश्न किया कि क्या कच्चे तेल खरीदने का देश के किसानों और आम लोगों को फायदा हुआ? प्रधानमंत्री को सामने आकर आंकड़ों के साथ जवाब देना चाहिए कि रूस से कितना सस्ता तेल खरीदा और देश की जनता को कितना फायदा हुआ? लेकिन पीएम मोदी के पास इसका कोई जवाब नहीं है। लेकिन इससे पीएम के करीबी दोस्त अंबानी को जबरदस्त फायदा हुआ। पीएम पूरा देश अडानी और अंबानी के नाम पर नीलाम कर देना चाहते हैं। अडानी के खिलाफ अमेरिका में मुकदमा चलता है तो अमेरिका से समझौता कर लेते हैं और कोई कार्रवाई नहीं करते हैं, बल्कि उसके पक्ष में खड़े हो जाते हैं। फिर देश के करोड़ों लोगों का क्या होगा?

संजय सिंह ने पीएम से प्रश्न किया कि जब से रूस से भारत को कच्चा तेल सस्ता मिल रहा है, तब से भारत को कितने हजार करोड़ रुपए का सस्ता तेल मिला और कितने हजार करोड़ रुपए की बचत की? रूस से जो सस्ता तेल पीएम या उनके दोस्त अंबानी हिन्दुस्तान लेकर आए, उसमें से कितने हजार करोड़ रुपए का फायदा हिन्दुस्तानियों को हुआ? कच्चा तेल खरीदने से जो लाखों करोड़ रुपए की बचत हुई, उसमें से कितना हिस्सा फायदा हिन्दुस्तान के करोडों लोगों को हुआ? पीएम को इसका आंकड़ा देश के सामने रखना चाहिए।

संजय सिंह ने पिछले छह महीने के दौरान रूस से सस्ता खरीदे गए कच्चे तेल का आंकड़ा देते हुए दावा किया कि भारत ने पिछले छह महीने में 231 मिलियन बैरल कच्चा तेल रूस से खरीदा। इसमें से अंबानी की कंपनी रिलायंस ग्रुप ने अकेले 77 मिलियन बैरल कच्चा तेल खरीदा। जबकि भारत की अन्य सभी कंपनियों ने मिलकर बाकी तेल खरीदा। रिलायंस ग्रुप ने जाम नगर की रिफायनरी में पक्का तेल बनाया। ऐसा डीजल और पेट्रोल बनाया तो हिन्दुस्तान की जनता को मिल सकता है और यह सस्ते में दिया जा सकता था। लेकिन मोदी जी के दोस्त अंबानी यह सारा तेल उठाकर विदेशों में बेच दिया। रिलायंस ग्रुप ने रूस से सस्ते दाम पर कच्चा तेल आयात किया और महंगे दाम में दुनिया के कई देशों मे निर्यात कर दिया और छह महीने में 50 हजार करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया। यह 50 हजार करोड़ का मुनाफा तो भारत की जनता को होना चाहिए था? फिर पीएम मोदी देश के साथ झूठ क्यों बोल रहे हैं। पीएम अपने दोस्तों को बचाने के लिए देश के व्यापारिक और आम लोगों के हितों को नजरअंदाज कर रहे हैं।

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