पड़ोसियों ने छन्नूलाल मिश्र को किया याद, ‘हमेशा मददगार थे'

पड़ोसियों ने छन्नूलाल मिश्र को किया याद, ‘हमेशा मददगार थे'

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वाराणसी, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। शास्त्रीय संगीत गायक को अलग मुकाम पर ले जाने वाले पद्म विभूषण से सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्र का गुरुवार को निधन हो गया है।

ये शास्त्रीय संगीत उद्योग के लिए बड़ी क्षति है। उनके निधन की खबर से देश भर में शोक है। पीएम मोदी समेत कई राजनेताओं ने गायक को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की है। निधन की सूचना के बाद से ही उनके वाराणसी स्थित घर पर लोगों का हुजूम उमड़ रहा है। पद्म विभूषण छन्नूलाल मिश्र के पैतृक आवास के आसपास लोग जमा होने शुरू हो चुके हैं।

गायक के पड़ोसियों ने आईएएनएस से बातचीत में उनके बारे में बहुत सारी बातें बताईं। गायक की पड़ोसी रानी ने कहा, "वे हमें बहुत मानते थे, जब भी हमसे मिलते थे, तो 10-20 रुपये दे देते थे और कहते थे कि रानी कुछ खा लेना, अब नहीं रहे, क्या कर सकते हैं। बीमार रहने लगे थे, दो-तीन आदमी उनको गाड़ी में ले जाते थे, सहारे की जरूरत लगती थी।"

पड़ोसी राजेन्द्र ने बताया कि छन्नूलाल मिश्र दिल के बहुत सच्चे आदमी थे। उन्होंने कहा, "बहुत बढ़िया और सच्चे आदमी थे, हमारे पास आते थे, हमें बढ़िया प्रसाद खिलाते थे और कभी-कभी संगीत भी सुनाते थे। बहुत बढ़िया इंसान थे, घमंड जैसी कोई चीज नहीं थी।" एक अन्य पड़ोसी रिंकू का कहना है कि उनका लगाव उनसे अलग तरह का था, क्योंकि बचपन में वो उन्हीं के सामने साथ पले-बढ़े थे।

पीएम मोदी ने भी गायक छन्नूलाल मिश्र को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा, "सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे जीवनपर्यंत भारतीय कला और संस्कृति की समृद्धि के लिए समर्पित रहे। उन्होंने शास्त्रीय संगीत को जन-जन तक पहुंचाने के साथ ही भारतीय परंपरा को विश्व पटल पर प्रतिष्ठित करने में भी अपना अमूल्य योगदान दिया। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे सदैव उनका स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त होता रहा। साल 2014 में वे वाराणसी सीट से मेरे प्रस्तावक भी रहे थे। शोक की इस घड़ी में मैं उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं।"

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