नई दिल्ली/मोदीनगर 9 जुलाई (हि.ला.)। युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने मोदीनगर में वेटलिफ्टिंग वॉरियर्स अकादमी का दौरा किया। यह अकादमी खेलो इंडिया मान्यता प्राप्त पहल के अंतर्गत उत्कृष्टता का प्रतीक है। रक्षा खडसे के साथ ओलंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू मुख्य कोच विजय शर्मा भारतीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएलएफ) के अध्यक्ष सहदेव यादव और मुख्य कार्यपालक अधिकारी अश्विनी कुमार भी मौजूद रहें।
मुख्य राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा द्वारा स्थापित वेटलिफ्टिंग वॉरियर्स अकादमी भविष्य के विजेताओं को तैयार करने के लिए बनाई गई है। खेलो इंडिया योजना और विभिन्न खेल संस्थाओं के सशक्त समर्थन से संचालित यह अकादमी एथलीट क्षेत्र के विकास के लिए एक समग्र वातावरण और अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करती है।
खेलो इंडिया मान्यता प्राप्त अकादमी - खेलो इंडिया योजना का एक महत्वपूर्ण घटक:
किसी भी केंद्र का खेलो इंडिया मान्यता प्राप्त अकादमी के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए खेलो इंडिया योजना के मानदंडों के अनुरूप होना आवश्यक है। इस वेटलिफ्टिंग वॉरियर्स अकादमी में एक आधुनिक पूरी तरह से सुसज्जित जिम इष्टतम पोषण सुनिश्चित करने के लिए मेस और अत्याधुनिक प्रशिक्षण उपकरण और खेल विज्ञान सुविधाएं हैं। इस अकादमी में एथलीट वैज्ञानिक प्रशिक्षण पद्धतियों उन्नत प्रदर्शन विश्लेषण लक्षित चिकित्सा कार्यक्रमों और व्यापक पुनर्वास सहायता से लाभान्वित होते हैं। इसके आवासीय विंग में 30 आरामदायक कमरे हैं जिनमें 60 एथलीट रह सकते हैं। इस अकादमी में 8-14 वर्ष की आयु के 40 होनहार युवा एथलीट देश की प्रसिद्ध ओलंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू सहित 15 शीर्ष एथलीटों के साथ प्रशिक्षण लेते हैं जिनका समर्पण और कौशल युवा एथलीटो के लिए निरंतर प्रेरणा का स्रोत है।
खडसे ने उत्साही युवा एथलीटों प्रशिक्षकों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा खेलो भारत नीति 2025 के अंतर्गत हम एक ऐसा इकोसिस्टम बना रहे हैं जो न केवल खेल प्रतिभाओं की खोज करेगा बल्कि विश्व स्तरीय कोचिंग और सामुदायिक जुड़ाव के माध्यम से उसे बनाए भी रखेगा। उन्होंने कहा कि जब महिलाएं आगे बढ़ती हैं तो पूरा देश आगे बढ़ता है और हम यह संकल्प लेते हैं कि कोई भी प्रतिभा अनदेखी और कोई भी आकांक्षा अधूरी नहीं रहेगी।
खडसे के दौरे ने जमीनी स्तर से प्रतिभाओं की पहचान करने और उन्हें निखारने में विश्वस्तरीय सुविधाओं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन से लैस इन अकादमियों की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया। उन्होंने कहा कि ऐसे संस्थान खेलो भारत नीति 2025 के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को साकार करने के लिए महत्वपूर्ण हैं जिसका उद्देश्य एक व्यापक और टिकाऊ खेल विकास ढांचा तैयार करके भारत को एक मज़बूत वैश्विक खेल महाशक्ति में बदलना है।