नई दिल्ली, 30 जुलाई (हि.ला.)। भारतीय युवा कांग्रेस ने आज कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के निर्देशानुसार पाकिस्तानी गोलाबारी में अपने माता–पिता को खोने वाले बच्चों की स्कूली शिक्षा के खर्च के चेक सौंपे। इस अवसर पर पाकिस्तान की गोलाबारी के समय वो मासूम बच्चे जिन्होंने अपने माँ-बाप को खो दिया वो सभी 30 बच्चे उपस्थित रहे।
यह मदद आज पुंछ पहुंचकर जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तारीक कर्रा, भारतीय युवा कांग्रेस अध्यक्ष उदय भानु चिब, एआईसीसी सचिव मो. शाहनवाज चौधरी एवं जम्मू कश्मीर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला द्वारा सौंपी गई।
जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तारीक कर्रा ने कहा कि जब राहुल गांधी पहलगाम हमले के बाद पुंछ दौरे पर आए थे तो पूरी जम्मू कश्मीर कांग्रेस की तरफ से हमने उनसे अनुरोध किया था कि अगर इन पीड़ित लोगों के लिए कुछ कर सके तो हमें करना चाहिए, तभी राहुल गांधी ने इन पीड़ित बच्चों की मदद करने का संकल्प कर लिया था और फिर उन्होंने भारतीय युवा कांग्रेस को निर्देशित किया जिसके पश्चात आज युवा कांग्रेस ने इन बच्चों को ये मदद उपलब्ध कराई है।
इस अवसर पर भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब ने कहा कि जहां सरकारें मुँह मोड़ लेती हैं, वहाँ राहुल गांधी खड़े होते हैं। ये पुंछ के वे मासूम बच्चे हैं जिन्होंने अपने माँ-बाप को पाकिस्तान की गोलाबारी में समय से पहले खो दिया, लेकिन अब ये अकेले नहीं हैं। राहुल गांधी ने इनकी ज़िम्मेदारी उठाने का संकल्प लिया है। आज इस संकल्प की पहली कड़ी के रूप में सहायता राशि का पहला हाथ इन बच्चों की ओर बढाई गई है। राहुल गांधी अब इन 30 बच्चों की शिक्षा और देखभाल की जिम्मेदारी निभाएंगे। मैं जम्मू कश्मीर का होने के नाते राहुल गांधी का धन्यवाद करता हु कि वो हमेशा जम्मू कश्मीर के हर जरूरतमंद के लिए हमेशा खड़े रहते हैं।
भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब ने यह भी कहा कि राहुल गांधी का एक ही मकसद था, किसी भी हाल में इन तक जल्द से जल्द मदद पहुँचे, इसलिए हमने हर परिवार से हाथ जोड़कर कहा कि कृपया इस मदद को स्वीकार करें। राहुल गांधी ने हमेशा दिखाया है कि वो सत्ता में रहें या न रहें, लोगों के सुख-दुख में हमेशा साथ खड़े रहते हैं, और यही आज भी उन्होंने किया है। ये इंसानियत की ज़िम्मेदारी है, जो राहुल गांधी जैसे जननायक ही निभा सकते हैं।